Arko Pravo Mukherjee
Nazm Nazm
न ना... न ना...
तू नज़्म-नज़्म सा मेरे
होंठो पे ठहर जा
मैं ख्वाब-ख्वाब सा तेरी
आँखों में जागूं रे
तू इश्क-इश्क सा मेरे
रूह में आ के बस जा
जिस ओर तेरी शहनाई
उस ओर मैं भागू रे
न ना... न ना...
हाथ थाम ले पिया
करते हैं वादा
अब से तू आरजू
तू ही है इरादा
मेरा नाम ले पिया
मैं तेरी रुबाई
तेरे ही तो पीछे-पीछे
बरसात आई
बरसात आई
तू इत्र-इत्र सा मेरे
साँसों में बिखर जा
मैं फ़कीर तेरे कुर्बत का
तुझसे तू मांगूं रे