Karun (IND)
Monica
[Verse 1: Raghav]
हां देखूं तुझे दूर से
मेरा कसूर ये
ना लायक हूं मैं तेरे जैसों के लिए
फिर भी तू रहती मेरे साथ बेफिजूल में
ना दे पाऊंगा श में जो दे-देगा कोई और तुझे
मन में तो बोह्त कुछ है
लगे तू बोह्त खुश है
जीवन में बोह्त दुख है
तू ही बस एक सुख है
या तेरी खुशी में मेरी खुशी
पर तू कमी
या हमसे भी करो ना दिल्लगी
कभी-कभी
हां जब भी तेरी आंखें पलट ती है
तू मेरे संग नहीं, हां

[Chorus]
ए मोनिका
मेरी जान लेकर ना जा
मुझे बना ले तू राजा
ए मोनिका
आज रात मेरे घर आजा
यह जुबान और फिसल ना जाए

[Verse 2: Raghav]
सपनों में आता हूं तेरे
दिल में समा ता हूं तेरे
रात को लेलु मैं जाना
शादी के सात ये फेरे
तेरी जगह मुझे में कमी है
किस से तू पूछा
मेरी आंखों में नमी है
तुझे बिस्तर पर बिछा दु
तू हंसी से हंसी है
तेरी बातों में गुलाबो
और होठों पर हनी है
तेरे होठों पर हनी है
[Verse 3: Karun]
फनी मेरे यार सारे
बोतलो से बाहर सारे
प्यार में गद्दार सारे
होटलों में रात काटे
चलते फिरते आए
सड़कों पे हार माने
कुछ ना चाहिए बस मोनिका से प्यार मांगे

[Verse 4: Udbhav]
मेरे सारे यार तुझ से डरते हैं
क्यों यह समझने लगा हू
तेरी बातें सभी करते हैं
छुप छुप के मुझसे आहें भरते हैं
अक्षर तेरे बहाने
चलती यह दर शराबे
घटिया यह तेरी आदत
सपने मुझे दिखाने

[Chorus]
ए मोनिका
मेरी जान लेकर ना जा
मुझे बना ले तू राजा
ए मोनिका
आज रात मेरे घर आजा
यह जुबान और फिसल ना जाए