Arijit Singh
Tumhein Mohabbat Hai
तेरी आँखों में झाँकने वाला
तेरे होंठों पे काँपने वाला
तेरी बातों में बोलने वाला
बाल रातों में खोलने वाला
गर्म साँसों में घुल रहा है जो
वो अकेले में मिल रहा जो
ख़्वाब में आके प्यार करता है
रोज़ १०० बार तुम पे मरता है
ख़्वाब में आके प्यार करता है
रोज़ १०० बार तुम पे मरता है
खेंच के बाजुओं में ले-ले जो
कान की बालियों से खेले जो
हक़ जताता है जो सभी तुम पे
पूछना चाहता हूँ मैं तुम से
हक़ जताता है जो सभी तुम पे
पूछना चाहता हूँ मैं तुम से
कौन है? कैसा?
कौन है? कैसा, कैसा दिखता है?
कौन है? कैसा, कैसा दिखता है?
जानता हूँ कि नहीं, मैं वो नहीं
मैं वो नहीं, वो कि जिससे तुम्हें मोहब्बत है
तुम्हें मोहब्बत है