Arijit Singh
Aahista
तुम, मिलो रोज़ ही
मगर, है ये बात भी
मेरे होना आहिस्ता-आहिस्ता
मेरे होना आहिस्ता-आहिस्ता

तुम, मेरे हो रहे, या हो गए, या है फ़ासला
पूछे दिल तो कहूँ मै क्या भला
दिल सवालों से ही ना दे रुला
होता क्या है आहिस्ता-आहिस्ता
होना क्या है आहिस्ता-आहिस्ता

दूरी ये कम ही ना हो
मै नींदों में भी चल रहा
होता है कल बेवफा
ये आता नहीं चल रहा

लाख वादे जहाँ के झूठे है
लोग आधे जहाँ के झूठे है
मेरे होना आहिस्ता-आहिस्ता
मेरे होना आहिस्ता-आहिस्ता

मैंने बात, ये तुमसे कहनी है
तेरा प्यार, ख़ुशी की टहनी है
मैं शाम, सहर अब हँसता हूँ
मैंने याद तुम्हारी पहनी है
मेरे होना आहिस्ता आहिस्ता
होता क्या है आहिस्ता-आहिस्ता
होना क्या है आहिस्ता-आहिस्ता