जलते भूजते मधम मधम
तारो मै लिपती रात है
कैसे जाने दे तुम्हे
तुमसे जुडी हर बात है
जलते भूजते मँडम मधम
तारो मै लिपती रात है
कैसे जाने दे तुम्हे
तुमसे जुडी हर बात है
यु सिल्वतो मै हि छुपे
राज सारे रेहने दो
नजदीक्या मेहसूस हो
लम्हे को ऐसे बेह्ने दो
दोहरा हराही है फिर वो कहाणी
फिर से वही जजबात है
कैसे जाने दे तुम्हे
तुमसे जुडी हर बात है
जलते भूजते मधम मधम
तारो मै लिपती रात है
कैसे जाने दे तुम्हे
तुमसे जुडी हर बात है