Alka Yagnik
Ek Do Teen Char
मोहिनी, मोहिनी, मोहिनी, मोहिनी...

नमस्कार (नमस्कार)
कहिए, क्या सुनेंगे आप?
(अरे पहले ये कहिए, कहाँ थीं आप?)
मैं
मैं कर रही थी किसी का इंतज़ार
(कौन है वो?)
वो, जिसे करती हूँ प्यार (हाए)
और जिससे करती हूँ मिन्नतें बार-बार
(कैसे?)
ऐसे

डींग डोंग डींग, डींग डोंग, डींग डोंग, डींग डोंग
डींग डोंग डोंग, डींग डोंग, डींग डोंग डोंग
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३

तेरा करूँ...
तेरा करूँ दिन गिन-गिन के इंतज़ार, आजा पिया आई बहार
तेरा करूँ दिन गिन-गिन के इंतज़ार, आजा पिया आई बहार
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३

१४ को तेरा संदेसा आया, १४ को तेरा संदेसा आया
१५ को आऊँगा ये कहलाया
१४ को आया न १५ को तू
तड़पा के मुझको तूने क्या पाया?
१६ को भी...
१६ को भी, १६ किये थे सिंगार, आजा पिया आई बहार
तेरा करूँ दिन गिन-गिन के इंतज़ार, आजा पिया आई बहार
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३

१७ को समझी संग छूट गया
१८ को दिल टूट गया
रो-रो गुज़ारा मैंने सारा १९
२० को दिल के टुकड़े हुए २०

फिर भी नहीं...
फिर भी नहीं दिल से गया तेरा प्यार, आजा पिया आई बहार
तेरा करूँ दिन गिन-गिन के इंतज़ार, आजा पिया आई बहार
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३

२१ बीती, २२ गई, २३ गुज़री, २४ गई
२५, २६ ने मारा मुझे
बिरहा की चक्की में मैं पिस गई

दिन बस...
दिन बस महीने के हैं और चार, आजा पिया आई बहार
तेरा करूँ दिन गिन-गिन के इंतज़ार, आजा पिया आई बहार
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३

दिन बने हफ़्ते रे, हफ़्ते महीने, महीने बन गए साल
आके ज़रा तू देख तो ले, क्या हुआ है मेरा हाल
दीवानी दर-दर मैं फिरती हूँ
न जीती हूँ, ना मैं मरती हूँ
तन्हाई की रातें सहती हूँ
आजा-आजा-आजा-आजा-आजा
आजा के दिन गिनती रहती हूँ
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३
तेरा करूँ दिन गिन-गिन के इंतज़ार, आजा पिया आई बहार
तेरा करूँ दिन गिन-गिन के इंतज़ार, आजा पिया आई बहार

एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३
एक, दो तीन, चार, पाँच, छै, सात, आठ, नौ, दस ११, १२, १३