Mohammed Rafi
Mohabbat Choome Jinke Haath
मोहब्बत चूमे जिनके हाथ
जवानी पाँव पड़े दिन-रात
सुने फिर, हाय
सुने फिर, हाय, वो किस की बात, हो-हो

मोहब्बत चूमे जिनके हाथ
जवानी पाँव पड़े दिन-रात
सुने फिर, हाय
सुने फिर, हाय, वो किस की बात, हो-हो

एक तो सुंदर मुखड़ा उनका
उस पर लाख अदाएँ
हम अपने दिल को कहाँ ले जाएँ?
अकेले दूर खड़े ललचाएँ

एक तो सुंदर मुखड़ा उनका
उस पर लाख अदाएँ
हम अपने दिल को कहाँ ले जाएँ?
अकेले दूर खड़े ललचाएँ

चाँद-सितारे
चाँद-सितारे, मस्त नज़ारे
सब हैं उन्हीं के साथ

मोहब्बत चूमे जिनके हाथ
जवानी पाँव पड़े दिन-रात
सुने फिर, हाय...
सुने फिर, हाय, वो किस की बात, हो-हो
मोहब्बत चूमे जिनके हाथ
जवानी पाँव पड़े दिन-रात
सुने फिर, हाय
सुने फिर, हाय, वो किस की बात, हो-हो

रूप नगर से आकर चंदा
उनका रूप चुराए
मेरा मन देख-देख रह जाए
भला ये बात मुझे क्यूँ भाए?

रूप नगर से आकर चंदा
उनका रूप चुराए
मेरा मन देख-देख रह जाए
भला ये बात मुझे क्यूँ भाए?

नैन में उनके
नैन में उनके काजल बनके
रहे सुहानी रात

मोहब्बत चूमे जिनके हाथ
जवानी पाँव पड़े दिन-रात
सुने फिर, हाय
सुने फिर, हाय, वो किस की बात, हो-हो