Adnan Sami
Tu Yaad Aya
हुई मोहब्बत की बात फिर
सता रही है ये रात फिर
भीगा रही हैं इन आँखों को
बेवक़्त की है बरसात फिर
आ गया क्यूँ लबों पे, ये नाम तेरा बता?

तू याद आया, तू याद आया
तू याद आया है आज फिर
जो तेरी बातों ने दिल दुखाया
तू याद आया है आज फिर

कभी ये साँसें थी बस तुम्हारी
जो अब है जाया फ़ज़ूल है
थे ख्वाब जिन आँखों में वो पाके
वहाँ जुदाई की धुल है

गुजर गया तू मैं ही वहाँ हूँ
जहाँ तू आया न लौट कर
ना फिर किसी से ये दिल लगाया
तू याद आया है आज फिर हे

तू याद आया, तू याद आया
तू याद आया है आज फिर
जो तेरी बातों ने दिल दुखाया
तू याद आया है आज फिर
मुझे हवाएँ सुना रही हैं
जो बातें हम तुम भुला गए
ये आते-जाते मुझे भीगाते
क्यूँ आज मौसम रुला गए

उसे तलासुं जो खो गया है
कहाँ मिलेगा वो हमसफ़र
जिसे था मैं कभी भुलाया
तू याद आया है आज फिर हे

तू याद आया, तू याद आया
तू याद आया है आज फिर
जो तेरी बातों ने दिल दुखाया
तू याद आया है आज फिर

हो, मेरी जान याद आया
तू याद आया