Arif Lohar,Harshdeep Kaur
अलिफ़ अल्लाह (जुगनी) (Alif Allah (Jugni))
अलिफ़ अल्लाह.. इश्के दी बूटी
मंन दी मिटटी विच लायी तू
इस मिटटी द न मौसम कोई
बिन मौसम यार खड़ाई तह
ओ जग जग जीव्ह जीवे जुगनी जिसने
मौल मन विच बूटी लायी तू
फिर मेरे एव जुगनी (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
आ दम गुतकु दम गुटकूँ, दम गुतकु दम गुटकूँ
कर साई नाल सबक़ वफ़ा डा
पढ़े साई फिर मेरे एव (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
तो जुगनी इश्क़ दे रस्ते जावे
(ओह जुगनी इश्क़ दे रस्ते जावे)
किदर थो कहहि न खावे
(किदर थो खा.. ही न खावे)
ओहनू ज़रा समझ न आवै
(ओहनू ज़रा समझ न आवै)
जुगनी इश्क़ दे रस्ते जावे
किदर थो कहहि न खावे
ओहनू ज़रा समझ न आवै
लावे या न फिर नु लावे
नाले पाक मोहब्बत करे सायो फिर मेरे एव (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
जुगनी सोचन दे विच खोयी
जुगनी सोचन दे विच खोयी
ढूंढें किसे दे विच ओह कोई
ढूंढें किसे दे विच ओह कोई
ओ ईश्क़ च विच कमली होई
आ.. इश्क़ च विच कमली होई
जुगनी सोचन दे विच खोयी
ढूंढें किसे दे विच ओह कोई
ओ ईश्क़ च विच कमली होई
भारों हस्सी अन्दरों रोई
नाले पाक मोहब्बत करे सायो फिर मेरे एव
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
आ दम गुतकु दम गुटकूँ, दम गुतकु दम गुटकूँ
कर साई नाल सबक़ वफ़ा डा
पढ़े साई फिर मेरे एव (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे अल्लाह वलेय (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे नाभि पक दी (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मे अली वाल्ला (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे मेरे पीर दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)
ए वे सारे सब्ज़ दी (जुगनी जी)