Faiz Ahmed Faiz
Gulon Mein Rang Bhare
बड़ा है दर्द का रिश्ता
बड़ा है दर्द का रिश्ता
दर्द का रिश्ता o.. o.. o.. mm..

बड़ा है दर्द का रिश्ता
बड़ा है दर्द का रिश्ता
बड़ा है दर्द का रिश्ता
ये दिल गरीब सही
तुम्हारे नाम पे आएँगे
ग़म-गुसार चले hmm..

गुलों में रंग भरे
बाद-ए-नौ-बहार चले
गुलों में रंग भरे
बाद-ए-नौ-बहार चले

चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
गुलों में रंग भरे
बाद-ए-नौ-बहार चले
गुलों में रंग भरे
बाद-ए-नौ-बहार चले

Hmm..
क़फ़स उदास है यारो सबा से कुछ तो कहो
क़फ़स उदास है यारो सबा से कुछ तो कहो
कहीं तो बहर-ए-ख़ुदा आज ज़िक्र-ए-यार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
गुलों में रंग भरे
बाद-ए-नौ-बहार चले
जो हम पे गुज़री सो गुज़री
मगर शब-ए-हिज्राँ
जो हम पे गुज़री सो गुज़री
मगर शब-ए-हिज्राँ
हमारे अश्क तिरी आक़िबत सँवार चले
चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले

गुलों में रंग भरे
बाद-ए-नौ-बहार चले
गुलों में रंग भरे
बाद-ए-नौ-बहार चले