[Faheem Abdullah "Saiyaara" के बोल]
[Intro]
तू पास है मेरे पास है ऐसे
मेरा कोई एहसास है जैसे
तू पास है मेरे पास है ऐसे
मेरा कोई एहसास है जैसे
[Chorus]
हाए, मैं मर ही जाऊं जो तुझको ना पाऊं
बातों में तेरी मैं रातें बिताऊं
होठों पे लम्हा-लम्हा है नाम तेरा, हाए
तुझको ही गाऊं मैं, तुझको पुकारूं
[Post-Chorus]
सैंयारा तू तो बदला नहीं है
मौसम ज़रा सा रूठा हुआ है
सैंयारा तू तो बदला नहीं है
मौसम ज़रा सा रूठा हुआ है (है)
[Verse]
बीते लम्हों से दुनिया बसा लूं
मैं तो तेरे आंसुओं का बना हूं
मेरी हंसी में तेरी सदाएं
तेरी कहानी खुद को सुनाऊं
यादों के तारे
यादों के तारे टूटेंगे कैसे
मेरे है जो वो रूठेंगे कैसे
बीते दिनों की खोली किताबें
गुज़रे पलों को कैसे भुलादें
[Chorus]
हाए, मैं मर ही जाऊं जो तुझको ना पाऊं
बातों में तेरी मैं रातें बिताऊं
होठों पे लम्हा-लम्हा है नाम तेरा, हाए
तुझको ही गाऊं मैं, तुझको पुकारूं
[Post-Chorus]
सैंयारा तू तो बदला नहीं है
मौसम ज़रा सा रूठा हुआ है
सैंयारा तू तो बदला नहीं है
मौसम ज़रा सा रूठा हुआ है
[Bridge]
जिस रोज़ हम-तुम फिरसे मिलेंगे
ये सारी बातें तुझसे कहेंगे
दुनिया में चाहे बन जाए जो भी
तेरे बिना तो कुछ ना रहेंगे
[Chorus]
हाए, मैं मर ही जाऊं
जो तुझको ना पाऊं
जो तुझको ना पाऊं
मैं मर ही जाऊं
होठों पे लम्हा-लम्हा है नाम तेरा, हाए
तुझको ही गाऊं मैं, तुझको पुकारूं
[Instrumental Outro]