Jubin Nautiyal
Hai Pyaar Kya?
है प्यार क्या मिल जाए तो आसमां
है प्यार क्या मिल जाए तो दास्ताँ
मंज़िल कहुँ तुझको मैं या
हसरतों का जैसे कारवां
है प्यार क्या मिल जाए तो आसमां
है प्यार क्या मिल जाए तो दास्ताँ
मौसम का कहुँ तुझको मैं या
खिलती हुई शाम की बदलियाँ
है प्यार क्या किसको पता
है प्यार क्या तुही बता
है प्यार क्या किसको पता
है प्यार क्या तुही बता
सुबहा कहुँ तुझको मैं या
सरगम में यूँ लिपटा धुआँ
सीने में जां बाकी है
इस प्यार की पेहचां बाकी है
कैसे रुकूँ ऐ दिल बता
१ कतरा अरमां बाकी है
है प्यार क्या मुझको जो हो गया
है प्यार क्या, क्या ये तुझको भी हुआ