Navraj Hans
Jako Rakhe Saiyan
[Intro]
निगाहें रख आसमां पे
घुमा दे तू रुख़ दरिया के
[Verse 1]
निगाहें रख आसमां पे
घुमा दे तू रुख़ दरिया के
तू बनजा वो समंदर
कर पार सके ना कोई
रख आग तू ऐसी अंदर
ललकार सके ना कोई
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई
सच की राह पे राहिया
सच की राह पे राहिया
हार कभी ना होई
जाको राखे साइयां
[Verse 2]
जितने हो अंधेरे
इक लौ से डर जाते हैं
उस लौ से तू भी रोशन कर मशालें बंदेया
हो, जितने हो अंधेरे
अब तो ये मौका है
तू हिम्मत वो दिखला दे
के ज़माना दे ये तेरी ही मिसालें बंदेया
ऐसा इतिहास रचा दे
इंकार सके ना कोई
फ़ौलाद हों तेरे इरादे
ललकार सके ना कोई
जाको राखे साइयां
[Verse 3]
दिन ना देखे रात ना देखे
ये कदम बरसात ना देखे
खलबली तू ऐसी करदे
हैरान हो कायनात भी देखे
दिन ना देखे रात ना देखे
तू खेल जा ऐसी बाज़ी
के पछाड़ सके ना कोई
हो लहू जो तेरा राज़ी
ललकार सके ना कोई
जाको राखे साइयां