Nitin Mukesh
So Gaya Yeh Jahan
ये दर्द के लमहे, सर्द हवाएँ
ज़िंदगी सहमी, साँस कैसे आए?
ये ख़ौफ़ है दिल में
के धीरे-धीरे तेरी खामोशी जान ले ना जाए
किस मोड़ पे ज़िंदगी ले आयी बेवजह?
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमाँ
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमाँ
सो गयी हैं सारी मंज़िलें, हो सारी मंज़िलें
सो गया है रस्ता
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमाँ
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमाँ
ये दर्द हर लमहा सोने नहीं देता
दूर होके तुमसे, होने नहीं देता
ये दर्द के लमहे, सर्द हवाएँ
ज़िंदगी सहमी, साँस कैसे आए?
किस मोड़ पे ज़िंदगी ले आयी बेवजह?
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमाँ
सो गया ये जहाँ, सो गया आसमाँ