Sid Sriram
Hum Haar Nahi Maanenge
एक दिया तुम्हारा ओर एक लौ है मेरी
तल जाएगी ये काली रात अंधेरी
हम डोर-डोर साहस बटोर लाएंगे
हम डोर-डोर साहस बटोर लाएंगे
टूटेंगे नहीं हम, हार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे, हार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे केह दो
हार नहीं मानेंगे, हार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे केह दो
हार नहीं मानेंगे केह दो
जिनके रिश्ते गहरे-गहरे होते नहीं
उनके दोनों पंख सुनहरे होते नहीं
दूरी उनको ओर पास ले आती है
और उड़ान भी ओर खास हो जाती है
हम बिखरा एक संसार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे केह दो
हार नहीं मानेंगे, हार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे केह दो
हार नहीं मानेंगे, हार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे केह दो
हार नहीं मानेंगे केह दो
वो दिए जो तूफ़ानों से शर्त लगते हैं
इतिहास के पन्ने उनको ही दोहराते हैं
हम मन से बस उनको ही सलामी देते है
खुद से आगे जो औरों को रख पाते हैं
हम सूरज हैं अंधकार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे, हार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे केह दो
हार नहीं मानेंगे, हार नहीं मानेंगे
हार नहीं मानेंगे केह दो
हार नहीं मानेंगे केह दो
एक दिया तुम्हारा ओर एक लौ है मेरी
तल जाएगी ये काली रात अंधेरी
हम डोर-डोर साहस बटोर लाएंगे
टूटेंगे नहीं, नहीं