KR$NA
Vyanjan (Hindi Alphabetic Rap)
[Intro]
नमस्ते, प्यारे छात्रों
आज हमारे साथ हैं दिल्ली के मशहूर गायक कृष्णा
और हम आपको सिखाने जा रहे हैं हिन्दी व्यंजन गाना
इस गीत में हम बोलेंगे व्यंजन अक्षर
और कृष्णा rap में गायेंगे उस व्यंजन अक्षर से शुरु होने वाले शब्द
तो फिर क्यों न शुरू करें!

[Verse 1]

काले करतूत करते कमीने कमाने को
काले धन के कारण कंगाल किया कितने किसानों को
कहो कसूर किसका, कत्लेआम के काबिल कौन?
कृष्णा का कलम कातिल, कितने कागज़ों को काटें कौन

ख़ूनी खेल खेले खलनायक, खिलाड़ी खास
खोजे खाद्य में ख़ज़ाना, ख़तरनाक ख़यालात
खोखली खातिरदारी, ख़ून-ख़राबा, ख़ूब ख़तरे
ख़ूबसूरत ख़ामोशी या खलबली की ख़बरें?

गलतियाँ गंभीर, गमगीन गाना गायेंगे
गली-गली गरीबी, ग़द्दार गद्दी गंवाएंगें
गुस्सा, गाली-गलौच, गुनहगार को गिराएंगें
गाँव में गतिरोध, gun की गोलियाँ गिनायेंगें

घड़ी-घड़ी घुसते घुसपैठी, घमंड घटायें
घटी घमासान घटना, घर पर घर वाले घबराये
घटिया घूसखोरी, घपलों पर घुड़सवार
घर के घनिष्ठ हैं, गहराई में घड़ियाल
[Verse 2]

चोर चाहे चंदा, चोरी चुपके चले चाल
चौंकने चौकीदार ने चिपकाए चाँटे चार
क्या चंदू के चाचा ने चंदू के चाची को चांदी के चम्मच से चटनी चटा के किया है चमत्कार?

छुपके-छुपके छोरा-छोरी छक्के छुड़ाते
छोटी-छोटी छटपटाहट सुनके छत पे छुप जाते
छोटे छात्र करें छेड़खानी तो छट से पडी छड़ी
छोकरा छुरी छीने, छुपके देखे चोर की छवि

जनाब लाजवाब, जबसे लिया हैं जन्म
जय जवान जिनके जीवनदान से जीते जंग
जानवर जिनकी जाती जंगली, जाली जिनकी जात

झेला जो झमेला, झूठा झुकी जिसकी झाँक

[Verse 3]

टाली टहले टोली, टकरा के टूटी टांग
T.I. टांगे टेड़ी टोपी, टकला था 2Pac

ठुले ठेठ, ठगे ठेकेदार को ठहराता

डाकू डाले डाका, daily डांट के डराता
डामाडोल, drama, डरपोक डरके डगमगाता

ढक्कन ढीला ढ़ंग से ना ढके तो बिन ढके ढ़ल जाता
[Verse 4]

तकलीफें तुझे तड़पाती, तम्मना तेरी तोड़ी
तक़दीर के ताले तोड़ो, तबीयत तगड़ी तेरी तभी
तभी तो तपते तलवे, तभी से ही तन्हाई
तानाशाही में मचाई, तमंचे से तबाही

थोड़ा-थोड़ा थुलथुला, थक के थैला थमाता
थाने में थप्पड़ पड़े तो थोड़ा थरथराता

देवता दरबान, दुनिया के खोले दरवाज़े
दिल्ली वाले दबंग, दग़ाबाज़ों को दफनाते

धरना धर्मशाला में, धुआंधार धमाका
धांधली धुंधले धंधे में, धडाधड धूम-धडाका

निराश नागरिक नालायक नेता से नाराज़
नाइंसाफी का नाश, नवाब निशानेबाज़

[Verse 5]

पीने पे पाबंदी, पटना में पकड़े तो पंगा
पाजी पहने पगड़ी, पंजाब में पड़े पंजा
पाकिस्तान के पड़ोसी परेशान तो भी
पिस्तौल पकड़े पठान, परिणाम पार पहुंची

फंसा फ़कीर फैलाके फ़साद, फिर भी फ़रार
फ़िलहाल फौजियों ने करे फटेहाल

बंगाल में बवाल, बचे बाल-बाल
बुरेहाल बाहर, बेमिसाल बाढ़, बरकरार बाहर

भरे भ्रष्टाचार के भागीदार
भगोड़ों की भरमार, भारी-भरकम भेड़चाल

मन में मज़बूती, मजबूरी में मज़दूरी
मेरा मंत्री मन से moody मगर मंत्री बनके मंत्रीपद में मालामाल
[Verse 6]

यारा, याद yacht मेरा यातायात
यशोधन

रातोंरात रचता रास
रणभूमि से रवाना राजपूताना राजा भागा
राजस्थान के रेगिस्तान में रेत, इंसान हो जाता राख

लूट के लेकर लकड़ी लाया लालची लकड़हार
लड़की लाजवाब, लाखों लडती लगातार

वर्दी वाले वीर, वो वतन की वफ़ादारी
वैसे वर्तमान में वर्णभेद विनाशकारी
विलंब करे विपक्षी वो वरिष्ठ वकील

शैतान शाना शिकारी, शक्ल से शरीफ

[Verse 7]

षटकोण, षड्यंत्र

सपने संजीव
संगठन के साथी सीखें सुरीला संगीत

हर हफ्ते होते हत्याकांड, हज़ारों हारे हौसले
हड़ताल हमारा हक़, हमारा हमराही hip-hop है
क्ष
क्षत्रिय
त्र
त्रिशूल
ज्ञ
ज्ञानी

[Outro]
और समाप्त हुई हमारी कहानी