Arijit Singh
Chota Sa Fasana
छोटा सा फ़साना
किसी को पता ना
इसे क्या सुनाना
चल पड़े हैं जो हम
अब कैसा बहाना
इसे है निभाना
ये सफ़र है नया
क्या से क्या हो गया
आगे क्या है आना
बेखबर मैं यहाँ
बेफिक्र है जहां
किसे क्या बताना
की दिल मेरा हो
है बंजारा हो
पर मन फिर भी हो
ये माने ना
खुली आँखें देखे
मंज़र नया सा है
देखो राहें पूछे
मंजिल मेरी कहा है
हो पता लापता
किसी को क्या पता
की मुझे जाना है कहाँ
इस सफ़र की वजह
है ये फ़र्ज़ या सज़ा
ये मैंने जाना है कहाँ
की दिल मेरा हो
है बंजारा हो
पर मन फिर भी हो
ये माने ना