Arijit Singh
Bairaagi
दुनिया के दस्तूर से दूर है तू
मेरे नैनो का सारा नूर है तू
मेरी सांस के हर मोड़ पे
सपनों के छोर पे
देख सिर्फ तेरे हैं निशां

ऐ बैरागी तेरी लागी
लागी रे...
ऐ बैरागी तेरी लागी
लागी रे...

है उड़ते पंछी की छावं तू
बेपरवाह बहती सी नाव तू
कैसे अपनाये तू एक घर
है बंजारों का गाँव तू..

छोड़े तूने हैं जो निशान
उनकी राहों में चला
क्या पता मिलेगा तू कहाँ

ऐ बैरागी तेरी लागी
लागी रे...
ऐ बैरागी तेरी लागी
लागी रे...
लागी रे...
लागी लागी रे...
लागी रे...
लागी रे...
लागी लागी रे...
तू भोर का नीला तारा
तेरी रूह फिरे आवारा
तू तैरता तिनका ऊँची लहरों पे
तेरी सांस में जमके कंसा
तू पानी तू ही प्यासा
तू मुस्काता है दिल के पहरो पे

ऐ बैरागी तेरी लागी
लागी रे...
लागी रे...
लागी रे...
ऐ बैरागी तेरी लागी
लागी रे...

तू भोर का नीला तारा
तेरी रूह फिरे आवारा
तू तैरता तिनका ऊँची लहरों पे
तेरी सांस में जमके कंसा
तू पानी तू ही प्यासा
तू मुस्काता है दिल के पहरो पे

लागी लागी रे..