एक चिरैया घोंसले को छोड़ उड़ उड़ जाए
और ये सोचे काश ऐसा हो कदम मुड़ जाए
एक चिरैया घोंसले को छोड़ उड़ उड़ जाए
और ये सोचे काश ऐसा हो कदम मुड़ जाए
तिनका तिनका कर बटोरा और बनाया घर
पर समय की बारिशों ने कर दिया बेघर
कर दिया बेघर
कर दिया बेघर
ओ मुसाफिर धीर धर
आएगा सूरज इधर
काहे भागे, काहे भागे
दूर जितना जाएगा
लौट फिर ना पाएगा
काहे भागे, काहे भागे
एक चिरैया को पराया देस कैसे भाए
गांव का पीपल पुराना याद उसको आए
तिनका तिनका कर बटोरा और बनाया घर
पर समय की बारिशों ने कर दिया बेघर
कर दिया बेघर
कर दिया बेघर
ये जो आंसुओं की लड़ी
बेह रही है हर घड़ी
तेरे आगे, तेरे आगे
याद रख हर मोड़ पर
एक नयी सुबह खड़ी
काहे भागे, काहे भागे
इक चिरैया आंसुओं से लड़ झगड़ सो जाए
राह पथरीली है लेकिन हौसला ना जाए
तिनका तिनका कर बटोरा और बनाया घर
पर समय की बारिशों ने कर दिया बेघर
कर दिया बेघर
कर दिया बेघर