Arijit Singh
Main Bhi Na Soya
ਚੰਨਾ ਚਕੋਰਿਆਂ ਦੀ, ਗੱਲਾਂ ਬਥੇਰੇਆਂ ਦੀ
ਅਸਾਂ ਕਿੱਸੇ ਕੱਸ ਲੈ ਸੀ, ਕੋਲੇ ਬੈਠੇ ਹੱਸ ਲੈ ਸੀ
ਐਂਵੇ ਤੈਨੂੰ ਚੁੰਮ ਕਿਸੇ ਕੀ ਕੋਸੀ-ਕੋਸੀ ਲੋਈ ਰੇ

मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई, सोई, सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे

ऐसे धीरे-धीरे से साँसों में क्या चुभता है? बता
खाली-खाली सीना है, फिर इतना क्यूँ दुखता है? बता
किस्मत ने खेंची रे, कैसी लकीरें रे
सब मेरा छीन के रे, छुपता है रब क्यूँ ये?
ऐसा भी क्या खेल किसी से खेलता है कोई रे?

मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई, सोई, सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे

ਐ ਕੀ ਹੋਯਾ? ਕੀ ਕਰੀਏ?
ਫੀਕੀ-ਫੀਕੀ ਬਾਤੇਂ ਸਾਰੀਆਂ
ਤੂੰ ਹੀ ਬੋਲ, ਕੀ ਕਰੀਏ
ਬਾਸੀ-ਬਾਸੀ ਉਮਰਾਂ ਸਾਰੀਆਂ
ਬਦਲੀ ਘਨੇਰੀਆਂ ਵੇ
ਰਾਤੇਂ ਅਨ੍ਹੇਰਿਆਂ ਵੇ
सह भी लेता ये जुदाई, कैसे सह लूँ तन्हाई?
तेरे झूठे इश्क़ में मैंने यारियाँ भी खोई रे

मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई, सोई, सोई रे
मैं भी नही सोया, तू भी नही सोई रे