Arijit Singh
Sooraj Dooba Hain (From ”Roy”)
मतलबी, हो जा ज़रा मतलबी
दुनिया की सुनता है क्यूँ?
ख़ुद की भी सुन ले कभी

मतलबी, हो जा ज़रा मतलबी
दुनिया की सुनता है क्यूँ?
ख़ुद की भी सुन ले कभी

कुछ बात ग़लत भी हो जाए
कुछ देर ये दिल भी खो जाए
बेफ़िकर धड़कनें इस तरह से चलें
शोर गूँजें यहाँ से वहाँ

सूरज डूबा है, यारों, दो घूँट नशे के मारो
रस्ते भुला दो सारे घर-बार के
सूरज डूबा है, यारों, दो घूँट नशे के मारो
ग़म तुम भुला दो सारे संसार के

Ask me for anything
I can give you everything
रस्ते भुला दो सारे घर-बार के
Ask me for anything
I can give you everything
ग़म तुम भुला दो सारे संसार के

अता-पता रहे ना किसी का हमें
यही कहे ये पल ज़िंदगी का हमें
अता-पता रहे ना किसी का
यही कहे ये पल ज़िंदगी का
कि ख़ुदगर्ज़ सी ख़्वाहिश लिए
बे-साँस भी हम-तुम जिएँ
है गुलाबी-गुलाबी समाँ

सूरज डूबा है, यारों, दो घूँट नशे के मारो
रस्ते भुला दो सारे घर-बार के
सूरज डूबा है, यारों, दो घूँट नशे के मारो
ग़म तुम भुला दो सारे संसार के

मतलबी, हो जा ज़रा मतलबी
दुनिया की सुनता है क्यूँ?
ख़ुद की भी सुन ले कभी

चलें नहीं, उड़ें आसमाँ पे अभी (अभी, अभी, अभी)
पता ना हो, है जाना कहाँ पे अभी
चलें नहीं, उड़ें आसमाँ पे
पता ना हो, है जाना कहाँ पे

कि बे-मंज़िलें हों सब रास्ते
दुनिया से हों ज़रा फ़ासले
कुछ ख़ुद से भी हों दूरियाँ

सूरज डूबा है, यारों, दो घूँट नशे के मारो
रस्ते भुला दो सारे घर-बार के
सूरज डूबा है, यारों, दो घूँट नशे के मारो
ग़म तुम भुला दो सारे संसार के
Ask me for anything
I can give you everything
Ask me for anything
I can give you everything