Arijit Singh
Dhokha
दिल से चाहने की मुझे सज़ा देते हो
मैं रोता हूँ और तुम मज़ा लेते हो
तेरी शिकायत कर दूँ तुझको गले लगा कर
तेरी शिकायत कर दूँ तुझको गले लगा कर
तेरी ग़लतियों को फिर से जाऊँ तुझको समझा कर

मैं जा रहा हूँ दूर, तुम आवाज़ दोगी क्या?
मैं जा रहा हूँ दूर, तुम आवाज़ दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?

जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?

तूने जिस तरह से लूटा, आहट भी ना होने दी
हाँ, तूने जिस तरह से लूटा, आहट भी ना होने दी
मुझे अपना नशा कराया और आदत भी ना होने दी
मुझे अपना नशा कराया और आदत भी ना होने दी

कितना लूटा है तुम ने, तुम हिसाब दोगी क्या?
कितना लूटा है तुम ने, तुम हिसाब दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?
कैसे छोड़ूँ मैं तुम को, तुम जवाब दोगी क्या?
कैसे छोड़ूँ मैं तुम को, तुम जवाब दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?

हाँ, कितने ख़ंजर पीठ पे मेरी, गिनकर तो बताओ
ध्यान से गिनना, बेवफ़ा, कहीं गिनती ना भूल जाओ
देखना है ग़म तो तुम मेरे दिल के अंदर आओ
चौंकना मत, जब अंदर तुम अपनी तस्वीर पाओ

जला दूँ जो तस्वीर तेरी, उदास होगी क्या?
जला दूँ जो तस्वीर तेरी, उदास होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?

जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
जब दिल में दुआ नहीं है, नमाज़ दोगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?
तेरा नाम धोखा रख दूँ, नाराज़ होगी क्या?

कहानी बुरी नहीं थी इश्क़ की मेरे
बस तेरे जैसे कुछ किरदार धोखेबाज़ निकले