Arijit Singh
Aayat
तुझे याद कर लिया है
तुझे याद कर लिया है आयत की तरह
कायम तू हो गई है
कायम तू हो गई है रिवायत की तरह
तुझे याद कर लिया है

मरने तलक रहेगी
मरने तलक रहेगी तू आदत की तरह
तुझे याद कर लिया है
ओ, तुझे याद कर लिया है आयत की तरह

ये तेरी और मेरी मोहब्बत हयात है
हर लम्हा इसमें जीना मुक़द्दर की बात है

कहती है "इश्क़" दुनिया जिसे
कहती है "इश्क़" दुनिया जिसे, मेरी जान-ए-मन
इस एक लफ़्ज़ में ही छुपी कायनात है

मेरे दिल की राहतों का तू ज़रिया बन गई है
तेरे इश्क़ की मेरे दिल में कईं ईद मन गई हैं

तेरा ज़िक्र हो रहा है
तेरा ज़िक्र हो रहा इबादत की तरह
तुझे याद कर लिया है
ओ, तुझे याद कर लिया है आयत की तरह