Arijit Singh
Kaala Jaadu
तू मेरी हो गई है, ये ख़बर तो नई है
तुझको बाँहों के घेरे में चुपके से आजा बाँधूँ
होता इश्क़े में कोई-ना-कोई तो काला जादू

ना फ़िकर है, ना फ़ितूरी, है इशक़ ही तो ज़रूरी
ये तो शैतानों को भी कर देता है पूरा साधू
होता इश्क़े में कोई-ना-कोई तो काला जादू

दिल पे असर तेरा गहरा है, गहरा है
तू है समुंदर, तू सहरा है, सहरा है; काला जादू
पीना भी तुझको है, चलना भी तुझमें है
मैं तुझमें चलता हूँ, तू मुझमें ठहरा है

होता है मीठा ज़हर
पागलपन की है कोई लहर
ये तो ढाता है दिल पे क़हर

वीराना कर दे ये सारा शहर
इसमें कोई आसनी नहीं
ये तो है आग, पानी नहीं
जल जाना

शोलों में भी मज़ा है, जीने की ये वजह है
इसके बदले में चाहूँ तो अपनी मैं जाँ भी दे दूँ
होता इश्क़े में कोई-ना-कोई तो काला जादू
दिल पे असर तेरा गहरा है, गहरा है
तू है समंदर, तू सहरा है, सहरा है; काला जादू
पीना भी तुझको है, चलना भी तुझमें है; काला जादू
मैं तुझमें चलता हूँ, तू मुझमें ठहरा है

दिल पे असर तेरा गहरा है, गहरा है
तू है समंदर, तू सहरा है, सहरा है; काला जादू
पीना भी तुझको है, चलना भी तुझमें है
मैं तुझमें चलता हूँ, तू मुझमें ठहरा है