Verse: 1
Ain't Nobody giving a shit
Sky on a surface
औखली में सर, तलवार से लड़के
दोगली ये शर्त क़ुरान को पड़के
भोग लिए नर्क इमाम के चलते
हाँ......
हराम पे परदे
रोज़ किये खर्च और हिसाब न बनते
सोच न समझ और गुलाम के सज़दे
खोज न ख़बर और इलाज़ मे मुर्दे
या......
So मैं हुआ मालामाल कर गरीबी गरीबी
और सवाल न बनते ya
So मैं खीचूँ तेरी टांग
करू कबाड़ी कबाड़ी
और खेल ख़तम ये।
So मैं पिने चला माल
करू बरेली बरेली
मुझे बर्फी हज़म ये।
मेरा बाबु सुबह शाम करे
हवेली हवेली मेरा बिस्तर गर्म
सो काल के कपाल पे बिहारी में अटल
पहली फुरसत में लौड़े निकल
तू week का चोद हुआ
चोदले Sunday
Slow motion हुआ शीघ्रपतन हाँ।
Verse: 2
खेल घमासान ये
तेल का मसान मैं
लोहे महफूज़ बुझती मसाला ये
जले रंग रूप लगता आसान हैं
मिला सब कुछ और मुक्ति का दान मैं।
रूकती ये सांसें बनता महान मैं
रीत का गुलाम और गीत का बखान मैं
सब ठीक 10 feet
फैली तड़बाड़ी
बाते चले पीठ पीछे
लगे हथकड़ी हाँ।
बाते करे बड़ी बड़ी बड़ी न
ये union territory हाँ।
So target ready steady
पैरों में पड़े ये बेड़ी
Lungs मेरे die hard
सारी रात जले ये बीड़ी
Thugs हुआ हिंदुस्तान
Zomato से खाले gravy
ध्वस्त मेरे पक्षपात
बुझदिल या दिलेरी
समस्या का समाधान
सर्वनाश में देरी
संस्कार से प्ररित
सर्वहारा से श्रेणी
So बंद जुबान थी मेरी
अंधकार में फैली
वंशवाद की बेड़ी
10 से 5 की देरी
जिदंगी में मेरे
हर प्रकार की शैली
सब मुँह ढके
कल से आज की Delhi
अनकही कहे बंद किताब ये मेरी
सर धूल चढ़े
पंच प्रधान कचेहरी
I'm taking what I'm still getting
But I never had it Still waiting