Rashid Ali
Sunlo Zara
[Verse 1]
सुन लो ज़रा कहता है मन
तुमसे ये धड़कन-धड़कन
ये जो प्यार है, ये बहार है
है जो प्यार तो खिला हर चमन

[Chorus]
सुनो ना कहती है ये उमंग
चलेंगे संग-संग, ले के हम प्यार के सारे रंग
जागे हैं अरमान, जज़्बातें हैं जवाँ
दिल में नई है तरंग

मैं हूँ दिल है तू है
बस ये गुफ़्तगू है
तू मेरी है, मेरी है

[Pre-Chorus]
अरमान मचलते हैं, सपने पिघलते हैं
हम तुम बदलते हैं, आहिस्ता-आहिस्ता
मौसम सलोना है, तो होश खोना है
दीवाना होना है, आहिस्ता-आहिस्ता

[Chorus]
सुनो ना कहती है ये उमंग
चलेंगे संग-संग, ले के हम प्यार के सारे रंग
जागे हैं अरमान, जज़्बातें हैं जवाँ
दिल में नई है तरंग
[Verse 2]
जाने ये क्या जादू है
क्या ये समा हर्सू है
तुमसे नज़र जो मिली है
चाँदनी दिन में खिले है

तू है तो ये फ़िज़ा है
वरना दुनिया क्या है
ये हुस्न तू ही है लाई

[Pre-Chorus]
अरमान मचलते हैं, सपने पिघलते हैं
हम तुम बदलते हैं, आहिस्ता-आहिस्ता
मौसम सलोना है, तो होश खोना है
दीवाना होना है, आहिस्ता-आहिस्ता

[Chorus]
सुनो ना कहती है ये उमंग
चलेंगे संग-संग, ले के हम प्यार के सारे रंग
जागे हैं अरमान, जज़्बातें हैं जवाँ
दिल में नई है तरंग
मैं हूँ दिल है तू है
बस ये गुफ़्तगू है
तू मेरी है मेरी है

[Outro]
अरमान मचलते हैं, सपने पिघलते हैं
हम तुम बदलते हैं, आहिस्ता-आहिस्ता
मौसम सलोना है, तो होश खोना है
दीवाना होना है, आहिस्ता-आहिस्ता