Bilal Saeed
Adhi Adhi Raat
[Verse 1]
अधि अधि रात मेरी
आख खुल जावे
याद तेरी सीने विच
खीच जेहि पाभे
दस फिर मेंनु हूँन
नींद किवे आबे
सोनिये
लेके तेरा नाम दिल अर्ज़ा गुज़ारे
अखियाँ दे अथरू भी सुख गए ने सारे
तेंनु भूल जन वाले दिसदे ना चारे
सोनिये

[Pre-Chorus]
नि दस कि कुसूर मेंतो होया
तू अखिया तोह दूर मेंतो होया
नि दिल मजबूर क्यों होया

[Chorus]
इक वारी दस दे ज़रा
दिल वाले पुछ दे ने छा
इक वारी दस दे ज़रा
दिल वाले पुछ दे ने चा

[Post-Chorus]
ओहो-हो-हो-हो-हो
हा-हा-हा-हा
हो-हो-हो-हो
ओहो-हो-हो-हो-हो
हा-हा-हा-हा
हो-हो-हो-हो
[Verse 2]
तरले करा जिद्द ते अडा
मनदा ही नहीं दिल के करा
हर वार ए धडके जदो
लैंदा रवे एक तेरा नाम
दिल मेरी मंदा ही ना
तकड़ा फिरे तेरी राह

[Pre-Chorus]
इक वारी दस दे ज़रा
दिल वाले पुछ दे ने

[Post-Chorus]
ओहो-हो-हो-हो-हो
हा-हा-हा-हा
हो-हो-हो-हो
ओहो-हो-हो-हो-हो
हा-हा-हा-हा
हो-हो-हो-हो

[Verse 3]
नि दस कि कुसूर मेंतो होया
तू अखिया तोह दूर मेंतो होया
नि दिल मजबूर क्यों होया

[Chorus]
इक वारी दस दे ज़रा
दिल वाले पुछ दे ने छा
इक वारी दस दे ज़रा
दिल वाले पुछ दे ने
[Post-Chorus]
ओहो-हो-हो-हो-हो
हा-हा-हा-हा
हो-हो-हो-हो
ओहो-हो-हो-हो-हो
हा-हा-हा-हा
हो-हो-हो-हो