[Intro]
काले घनेरे अँधेरे जो हैं
रस्ता जो देते सवेरे को हैं
ज़रा सा और करना सबर
आने जो वाली सहर
[Verse 1]
सपने ये तेरे या मेरे जो हैं
पलकों पे डाले ये डेरे जो हैं
लोरी सुना देते ख़बर
आने ये वाली सहर
[Chorus]
इंतज़ार और तमन्ना
हर क़दम वो साथ चले
साँझ से उभरती सुबह
में जाके वो घुल-मिल गए
इंतज़ार तू मेरा करना
[Verse 2]
इतने दिनों से कहानी जो है
होंठों पे बैठी, सुनानी जो है
है ये बड़ी ही बे-सबर
महफ़िल जो आई नज़र
[Chorus]
इंतज़ार और तमन्ना
हर क़दम वो साथ चले
साँझ से उभरती सुबह
में जाके वो घुल-मिल गए
[Verse 3]
पेड़ों पे टाँगे ये झूले जो हैं
अब ना समाते, ये फ़ूले जो हैं
मौसम का है ही ये असर
लौटा कोई जो है घर
[Chorus]
इंतज़ार और तमन्ना
हर क़दम साथ चले
साँझ से उभरती सुबह
में जाके वो घुल-मिल गए
[Outro]
समंदर को क्या बताना
गहरा कितना जाना
मोहब्बत का ये तराना
समझा बस अनजाना