Atif Aslam
Bheegi Yaadein
भीगी-भीगी यादें
भीगी-भीगी यादें
ना मैं जानूँ, ना तू जाने
कैसा है ये आलम, कोई ना जाने

फिर क्यूँ है ये तन्हाई?
कैसी है ये रुसवाई?
गुम हो गए तुम
खो गए हम, ओ

वो लम्हें...

आँधी हो या तूफ़ाँ हो
मेरे मन में रहे तू सदा
कोई अपना हो या पराया हो
उसे ढूँढू मैं कहाँ?

तो क्यूँ है ये तन्हाई?
कैसी है ये रुसवाई?
गुम हो गए तुम
खो गए हम, ओ

वो लम्हें, रातें कोई ना जाने
थी कैसी बातें, वो बरसातें
वो भीगी-भीगी यादें
वो भीगी-भीगी यादें
सागर की इन लहरों से
गहरा है मेरा प्यार
सेहराओं की हवाओं में
कैसे आएगी बहार?

तो क्यूँ है ये तन्हाई?
कैसी है ये रुसवाई?
गुम हो गए तुम
खो गए हम, ओ

वो लम्हें, वो रातें कोई ना जाने
थी कैसी बातें, वो बरसातें
वो भीगी-भीगी यादें
वो भीगी-भीगी यादें

वो लम्हें, वो रातें कोई ना जाने
भीगी यादें
वो लम्हें, वो रातें कोई ना जाने
भीगी यादें

वो लम्हें, वो रातें कोई ना जाने
भीगी यादें
वो लम्हें, वो रातें कोई ना जाने
भीगी यादें

वो लम्हें...