Atif Aslam
Woh Lamhe Woh Baatein
वो लम्हे
वो बातें
कोई ना जाने
थी कैसी रातें
हो बरसातें
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें

ना मैं जानू
ना तू जाने
कैसा है ये मौसम
कोई ना जाने
कही से ये फ़िज़ा आई
ग़मों की धुप संग लायी
ख़फ़ा हो गए हम
जुदा हो गए हम

वो लम्हे
वो बातें
कोई ना जाने
थी कैसी रातें
हो बरसातें
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें

सागर की
गहराई से
गहरा है
अपना प्यार
सेहराओं की
इन हवाओं में
कैसे आएगी बहार
कहाँ से ये हवा आई
घटायें काली क्यों छायी
ख़फ़ा हो गए हम
जुदा हो गए हम
वो लम्हे
वो बातें
कोई ना जाने
थी कैसी रातें
हो बरसातें
वो भीगी भीगी यादें
वो भीगी भीगी यादें