Jagjit Singh
Waqt Ne Kiya
वक़्त ने किया, क्या हसीं सितम?
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया, क्या हसीं सितम?
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया

बेक़रार दिल, इस तरह मिले
जैसे कभी, हम जुदा ना थे
बेक़रार दिल, इस तरह मिले

जैसे कभी, हम जुदा ना थे
तुम भी खो गए, हम भी खो गए
एक राह पर, चल के दो क़दम

वक़्त ने किया, क्या हसीं सितम?
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया

जाएंगे कहाँ? सूझता नहीं
चल पड़े मगर, रास्ता नहीं
जाएंगे कहाँ? सूझता नहीं
चल पड़े मगर, रास्ता नहीं
क्या तलाश है? कुछ पता नहीं

बुन रहें हैं दिल, ख़्वाब दम-ब-दम
वक़्त ने किया, क्या हसीं सितम?
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया, क्या हसीं सितम?
तुम रहे ना तुम, हम रहे ना हम
वक़्त ने किया