Jagjit Singh
Teri Ankhon Mein Hamne Kya Dekha
दिल के दीवार-ओ-दर पे क्या देखा?
दिल के दीवार-ओ-दर पे क्या देखा?
बस तेरा नाम ही लिखा देखा
तेरी आँखों में हमने क्या देखा?
तेरी आँखों में हमने क्या देखा?
कभी क़ातिल कभी ख़ुदा देखा
तेरी आँखों में हमने क्या देखा?
अपनी सूरत लगी पराई सी
अपनी सूरत लगी पराई सी
अपनी सूरत लगी पराई सी
जब कभी हमने आईना देखा
जब कभी हमने आईना देखा
हाए, अंदाज़ तेरे रुकने का
हाए, अंदाज़ तेरे रुकने का
हाए, अंदाज़ तेरे रुकने का
वक़्त को भी रुका रुका देखा
वक़्त को भी रुका रुका देखा
तेरे जाने में और आने में
तेरे जाने में और आने में
तेरे जाने में और आने में
हमने सदियों का फ़ासला देखा
हमने सदियों का फ़ासला देखा
फिर न आया ख़्याल जन्नत का
फिर न आया ख़्याल जन्नत का
फिर न आया ख़्याल जन्नत का
जब तेरे घर का रास्ता देखा
तेरी आँखों में हमने क्या देखा?
कभी क़ातिल कभी ख़ुदा देखा
दिल के दीवार-ओ-दर पे क्या देखा?
बस तेरा नाम ही लिखा देखा