Sunidhi Chauhan
Aaja Nachle
छनक-छनक-छन, खनक-खनक-खन
छनक-छनक, खनक-खनक-खन-खन

मेरा झुमका उठा के लाया यार वे
जो गिरा था बरेली के बाज़ार में
मैं तो ठुमका लगा के शरमा गई
बोली, घुँगर बंधा देंगे, मैं आ गई

मुझको नचा के नच ले
आजा, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
झनक-झनक झंकार
हो, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
अब तो लुटा है बाज़ार

सब को भुला के नच ले
आजा, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
झनक-झनक झंकार
हो, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
अब तो लुटा है बाज़ार

नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
छत पे बुला के नच ले
नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
झट से उठा के नच ले

नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
छत पे बुला के नच ले
नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
झट से उठा के नच ले
मैंने ग़लती करी थी
मेरी नथनी पड़ी थी
हाँ, मैंने ग़लती करी थी
मेरी नथनी पड़ी थी

कि सोने में उसको रंगा गई
मैं रंगा के अटरिया पे आ गई
ओ, मोहल्ले में कैसी मारा-मार है?
मेरे दर पे दीवानों की बहार है

सब को नचा के नच ले
आजा, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
झनक-झनक झंकार
हो, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
अब तो लुटा है बाज़ार

सब को भुला के नच ले
आजा, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
झनक-झनक झंकार
हो, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
अब तो लुटा है बाज़ार

मैं तो कमसिन कली थी
ज़रा तन के चली थी, हाय
हो, मैं तो कमसिन कली थी
ज़रा तन के चली थी
आगे जा के गली पे बलखा गई
कोई जाने, जवानी कब आ गई
मेरे सदक़े ज़माने की कमाई रे
मुझे देता उधारी हलवाई रे

सब को नचा के नच ले
आजा, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
झनक-झनक झंकार
हो, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
अब तो लुटा है बाज़ार

सब को भुला के नच ले
आजा, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
झनक-झनक झंकार
हो, नच ले, नच ले, मेरे यार, तू नच ले
अब तो लुटा है बाज़ार

नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
छत पे बुला के नच ले
नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
झट से उठा के नच ले

नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
छत पे बुला के नच ले
नच ले, नच ले, ज़रा नच ले, नच ले
झट से उठा के नच ले