इक पल जिसके बिन चैन ना आए
वो मन ही जब दिन-रैन नचाए
Cycle के पहिए सा घूमे
ये चक्कर जो खाए, झूमे
प्रीत का रस्ता टेढ़ा-मेढ़ा, हाय
जग में ना इश्क़ से बड़ा बखेड़ा
जग में ना इश्क़ से बड़ा बखेड़ा
ऐसा मेरे भाग का लेखा, हाथों में ना तेरी रेखा
ऐसा मेरे भाग का लेखा, हाथों में ना तेरी रेखा
अरे, दिल फकीर ये 'धार लियो
इक नई लकीर ये मार लियो
ओ, खुद पार लगाए आशिक़ बेड़ा, हाय
जग में ना इश्क़ से बड़ा बखेड़ा
जग में ना इश्क़ से बड़ा बखेड़ा
मन के हाथों ऐसी ठगी मैं, बातों में तेरी आने लगी मैं
मन के हाथों ऐसी ठगी मैं, बातों में तेरी आने लगी मैं
तेरे नाम के फंदे डार दियो
बुने ख़ाब जो तोहपे वार दियो
बात ज़रा सी, दर्द भतेरा, हाय
जग में ना इश्क़ से बड़ा बखेड़ा
जग में ना इश्क़ से बड़ा बखेड़ा