Shiva again -Rapperzeet
शिवा तुझे याद किया मेरे परम् तु ही मेरा अंतिम...पहला धर्म
तुझ से शुरू मैं...तुझे से खत्म तुमको ही मेरा नमो नमन
तुझमें ही आत्म ...शिव शंकरम
फिर तुझे याद किया शिवा हाथों ने मेरे....आपका चित्र बना
आप ने मेरा चरित्र बना दिया
जिन्दगी का खेल मैने लिख कर बता दिया
जो भी लिखा सब तेरी कृप्या तू ही sarsti का कर्म कर्ता
मुझ तुच्छ के आप दुःख हर्ता आप से ही प्रभु मैं प्रेम करता
जब भी आप उठो Bolo नम् शिवाये
दिनचर्या...प्रभु सफल बनाएं ऐसे ही जीता शब्द ले आए
जब शिव मेरे कृप्या बरसाये
शिवा तुझे याद किया मेरे परम् तु ही मेरा अंतिम...पहला धर्म
तुझ से शुरू मैं...तुझे से खत्म तुमको ही मेरा नमो नमन
तुझमें ही आत्म ...शिव शंकरम
फिर तुझे याद किया शिवा आगाड़ बम बम Bamlehari
नील कंठ मेरे जेहरी हर दुविधा मे मेरे पहरी
जब भी तुझको याद किया मैं हर संकट से पार गया
बिन मांगे सब कुछ है दिया कैसे करू SHUKRYAADA तेरा
मुझ मे आप ने प्रभु कलाकृतियों का भंडार भर दिया
शिवा तुझे याद किया मेरे परम् तु ही मेरा अंतिम...पहला धर्म
तुझ से शुरू मैं...तुझे से खत्म तुमको ही मेरा नमो नमन
तुझमें ही आत्म ...शिव शंकरम
अंधकार को हरने वाले....._कामारी:-
:- हाथ में हिरण धारण करने वाले.....मृगपाणी
- करुणा की खान .....कृपानिधि
:- गंगा को जटाओं में धारण करने वाले ....गंगाधर
:- रुद्र रूप वाले .....भयंकर
- पूरे विश्व के ईश्वर....विश्वेश्वर
जटा रखने वाले ....जटाधर
:- जो स्वयं ही सबके स्वामी है .....अनीश्वर
:- वीर स्वरूप वाले.....वीरभद्र
कैलाश पर्वत पर रहने वाले.... गिरिश्वर
व्यथित न होने वाले ...अव्यग्र
:- पापों को हरने वाले.... हर
शिवा तुझे याद कर भर ली चलम कई दिन से दूर पड़े कागज़ कलम
बहुत दिन से लिखने का ना था कोई मन कई दिन से आंखो मे नही कोई गम
बहुत दिन से चुप चाप शांत बैठे हम फिर तुझे याद किया शिवा