Divya Kumar
Halka Halka
[Verse 1]
मैं देखूँ जो तुझको तो प्यास बढ़े
तू रोज़, तू रोज़ दो घूँट चढ़े
मुझसे, तू ना मुझसे कभी बिछड़े
तू रोज़, तू रोज़ दो घूँट चढ़े

[Chorus]
ये जो हल्का-हल्का सुरूर है
ये जो पहला-पहला सुरूर है
मेरा इश्क़ मेरा फ़ितूर है
तेरा इश्क़ है या फ़ितूर है?

मैंने खुद को तुझपे लुटा दिया
तेरा होके खुद को मिटा दिया

[Chorus]
ये जो हल्का-हल्का सुरूर है
ये जो पहला-पहला सुरूर है
तेरे हुस्न को ये गुरूर है
मेरे हुस्न का ये क़ुसूर है

मैंने खुद को तुझपे लुटा दिया
तेरा होके खुद को मिटा दिया

[Verse 2]
तू हर एक पहलू से खास लगे
तू पास है आज तो प्यास लगे
महकी सी तू कोई मिठास लगे
तू पास है आज तो प्यास लगे
[Chorus]
ये जो हल्का-हल्का सुरूर है
ये जो पहला-पहला सुरूर है
मेरा इश्क़ मेरा फ़ितूर है
तेरा इश्क़ है या फ़ितूर है

मैंने खुद को तुझपे लुटा दिया
तेरा होके खुद को मिटा दिया

[Chorus]
ये जो हल्का-हल्का सुरूर है
ये जो पहला-पहला सुरूर है
तेरे हुस्न को ये गुरूर है
मेरे हुस्न का ये क़ुसूर है

मैंने खुद को तुझपे लुटा दिया
तेरा होके खुद को मिटा दिया

[Outro]
तेरी चाह में, तेरी राह में
तेरी बहकी-बहकी निगाह में
मैंने खुद को तुझपे लुटा दिया