Jatin-Lalit
Kuch Kuch Hota Hai (Sad Version)
[Intro]
जान-ए-वफ़ा होके बेकरार
जान-ए-वफ़ा होके बेकरार
बरसों किया मैंने इंतज़ार
[Bridge]
पर कभी तूने नहीं
ये सब कहा, जो अब कहा
दिल बेबसी में चुपके से रोता है
[Outro]
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है