Shankar Ehsaan Loy
Itni Si Baat
इतनी सी बात
इतनी सी बात अनकही, यूँ बयाँ हो गई
इतनी सी बात, देखो ना, दास्ताँ हो गई
ना बादल, ना बारिश, अजब सी वो शब थी
ना दिल की थी साज़िश, ना अब है, ना तब थी
क्यूँ चाँदनी मेहरबाँ हो गई?
इतनी सी बात, देखो ना, दास्ताँ हो गई
इतनी सी बात
ओ, पाँव तले ज़मीं होती है, सर पे भी एक आसमाँ होता है
ओ, पाँव तले ज़मीं होती है, सर पे भी एक आसमाँ होता है
दो-inch ऊपर चलना ज़मीं से, ऐसा हमेशा कहाँ होता है
उड़े तो ज़मीं, आसमाँ हो गई
इतनी सी बात, देखो ना, दास्ताँ हो गई
इतनी सी बात
ख़्वाबों पे चलने की आदत बना लो, आदत बना लो
ख़्वाबों पे चलने की आदत बना लो
हम थाम लेंगे, तुम डगमगा लो
हँसते हो तुम तो हसीं लगते हो
नज़र लगे ना, निगाहें झुका लो
ज़िंदगी मेरी एहसाँ हो गई
इतनी सी बात
इतनी सी बात अनकही, यूँ बयाँ हो गई
इतनी सी बात, देखो ना, दास्ताँ हो गई
ना बादल, ना बारिश, अजब सी वो शब थी
ना दिल की थी साज़िश, ना अब है, ना तब थी
क्यूँ चाँदनी मेहरबाँ हो गई?
इतनी सी बात, देखो ना, दास्ताँ हो गई