तुम हो हसीं कहाँ के? हम चाँद आसमाँ के
हाय-हाय, ग़ुरूर इतना? हाँ-हाँ, हुज़ूर, इतना
उफ़, ये अदा, हाय, ये नशा, हाँ-हाँ-हाँ
करते हो बात बढ़-बढ़ के दिन जो शबाब के ठहरे
करते हो बात बढ़-बढ़ के दिन जो शबाब के ठहरे
क्या तीर मेरी नज़रों के दिल में जनाब के ठहरे?
उफ़, ये ग़ज़ब, हाय-हाय, ये ढप, हाय-हाय-हाय
तुम हो हसीं कहाँ के? हम चाँद आसमाँ के
हाय-हाय, ग़ुरूर इतना? हाँ-हाँ, हुज़ूर, इतना
उफ़, ये अदा, हाय, ये नशा, हाँ-हाँ-हाँ
ओय-होय, ये चाल का जादू, डर है ज़मीं ना फट जाए
ओय-होय, ये चाल का जादू, डर है ज़मीं ना फट जाए
सीने को थाम कर रखो, दिल ना जगह से हट जाए
उफ़, ये अकड़, हाय, ये पकड़, हाय-हाय-हाय
तुम हो हसीं कहाँ के? हम चाँद आसमाँ के
हाय-हाय, ग़ुरूर इतना? हाँ-हाँ, हुज़ूर, इतना
उफ़, ये अदा, हाय, ये नशा, हाँ-हाँ-हाँ
या रब, तू हुस्न वालों को कैसा मिजाज़ देता है
जीवन में सेज फूलों की, मरने पे ताज देता है
हाय, ये गुमाँ, जाएँ कहाँ? हाय-हाय-हाय
तुम हो हसीं कहाँ के? हम चाँद आसमाँ के
हाय-हाय, ग़ुरूर इतना? हाँ-हाँ, हुज़ूर, इतना
उफ़, ये अदा, हाय, ये नशा, हाँ-हाँ-हाँ, हाय-हाय-हाय