Lata Mangeshkar
Barsaat Mein Humse Mile
तक धिना-धिन, धिना-धिन
तक धिना-धिन
बरसात में
तक धिना-धिन
बरसात में हमसे मिले तुम, सजन
तुमसे मिले हम बरसात में
तक धिना-धिन
बरसात में हमसे मिले तुम, सजन
तुमसे मिले हम बरसात में
तक धिना-धिन
प्रीत ने सिंगार किया, मैं बनी दुल्हन
मैं बनी दुल्हन
सपनों की रिमझिम में नाच उठा मन
मेरा नाच उठा मन
आज मैं तुम्हारी हुई, तुम मेरे, सनम
आज मैं तुम्हारी हुई, तुम मेरे, सनम
तुम मेरे, सनम
बरसात में
तक धिना-धिन
बरसात में हमसे मिले तुम, सजन
तुमसे मिले हम बरसात में
तक धिना-धिन
ये समाँ है, जा रहे हो, कैसे मनाऊँ?
कैसे मनाऊँ?
ये समाँ है, जा रहे हो, कैसे मनाऊँ?
कैसे मनाऊँ?
मैं तुम्हारी राह में ये नैन बिछाऊँ, नैन बिछाऊँ
जो ना आओ तुमको मेरी जान की क़सम
जान की क़सम
बरसात में
बरसात में हमसे मिले तुम, सजन
तुमसे मिले हम बरसात में
देर ना करना कहीं ये आस टूट जाए
साँस छूट जाए
देर ना करना कहीं ये आस टूट जाए
साँस छूट जाए
तुम ना आओ दिल की लगी मुझको ही जलाए
ख़ाक़ में मिलाए
आग की लपटों में पुकारे ये मेरा ग़म
मिल ना सके, हाय, मिल ना सके हम
मिल ना सके, हाय, मिल ना सके हम
आ, मिल ना सके, हाय, मिल ना सके हम
मिल ना सके, हाय, मिल ना सके हम
आ, मिल ना सके, हाय, मिल ना सके हम
हाय, बरसात में