Lata Mangeshkar
Nindiya Se Jagi Bahar
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कोयल कूह्के गाये मल्हार
कूह्के कूह्के गाये मल्हार
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कोयल कूह्के कूह्के गाये मल्हार
कूह्के कूह्के गाये मल्हार
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
पा ने पा सा पा ने पा सा
मैं हूँ अभी कमसिन कमसिन
मैं हूँ अभी कमसिन कमसिन
जानू ना कुछ इस बिन इस बिन
रातें जवानी की
रातें जवानी की
बाली उमर के दिन
कब क्या हो नहीं एक बार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कोयल कूह्के कूह्के गाये मल्हार
कूह्के कूह्के गाये मल्हार
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कैसी ये रुत आई रुत आई
कैसी ये रुत आई
सुन के मैं शरमाई शरमाई
सुन के मैं शरमाई
कानों में कह गयी क्या
कानों में कह गयी क्या
जाने ये परवाई
पहने फूलों ने किरणों के हार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कोयल कूह्के कूह्के गाये मल्हार
कूह्के कूह्के गाये मल्हार
निंदिया से जागी बहार
ऐसा मौसम देखा पहली बार
कोयल कूह्के कूह्के गाये मल्हार
कूह्के कूह्के गाये मल्हार