Lata Mangeshkar
Is Reshmi Paazeb Ki Jhankar (From ”Laila Majnu”)
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
जिसने ये पहनाई है उस दिलदार के सदके
जिसने ये पहनाई है उस दिलदार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
उस ज़ुल्फ़ के क़ुर्बां लब-ओ-रुख़्सार के सदके
उस ज़ुल्फ़ के क़ुर्बां लब-ओ-रुख़्सार के सदके
हर जलवा था इक शोला, हुस्न-ए-यार के सदके
हर जलवा था इक शोला, हुस्न-ए-यार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
जवानी माँगती थी ये हसीं झंकार बरसों से
जवानी माँगती थी ये हसीं झंकार बरसों से
तमन्ना बुन रही थी धड़कनों के हार बरसों से
छुप-छुप के आनेवाले...
छुप-छुप के आनेवाले तेरे प्यार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
जवानी सो रही थी हुस्न की रंगीं पनाहों में
जवानी सो रही थी हुस्न की रंगीं पनाहों में
चुरा लाए हम उनके नाज़नीं जलवे निगाहों में
चुरा लाए हम उनके नाज़नीं जलवे निगाहों में
क़िस्मत से जो हुआ है उस दीदार के सदके
क़िस्मत से जो हुआ है उस दीदार के सदके
उस ज़ुल्फ़ के क़ुर्बां लब-ओ-रुख़्सार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
नज़र लहरा रही है, जिस्म पे मस्ती सी छाई है
नज़र लहरा रही है, जिस्म पे मस्ती सी छाई है
दुबारा देखने के शौक़ ने हलचल मचाई है
दुबारा देखने के शौक़ ने हलचल मचाई है
दिल को जो लग गया है उस आज़ार के सदके
दिल को जो लग गया है उस आज़ार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
उस ज़ुल्फ़ के क़ुर्बां लब-ओ-रुख़्सार के सदके
जिसने ये पहनाई है उस दिलदार के सदके
जिसने ये पहनाई है उस दिलदार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके
इस रेशमी पाज़ेब की झंकार के सदके