Lata Mangeshkar
Ab Ke Sajan Sawan Mein
[Chorus]
अब के, सजन, सावन में
अब के, सजन, सावन में आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी, मगर तरसेगी नज़र
मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
[Chorus]
अब के, सजन, सावन में आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी, मगर तरसेगी नज़र
मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के, सजन, सावन में
[Verse 1]
दो दिलों के बीच खड़ी इतनी दीवारें
हाए, दो दिलों के बीच खड़ी इतनी दीवारें
कैसे सुनूँगी मैं, पिया, प्रेम की पुकारें?
[Chorus]
चोरी-चुपके से तुम लाख करो जतन, लाख करो जतन
सजन, मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के, सजन, सावन में
[Verse 2]
इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा
इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा
किस तरह हम देंगे भला दुनिया को धोखा?
[Chorus]
रातभर जगाएगी ये मस्त-मस्त पवन, मस्त-मस्त पवन
सजन, मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में, इश!
अब के, सजन, सावन में
[Verse 3]
तेरे-मेरे प्यार का ये साल बुरा होगा
अरे, तेरे-मेरे प्यार का ये साल बुरा होगा
जब बहार आएगी तो हाल बुरा होगा
[Pre-Chorus]
काँटे लगाएगा ये फूलों भरा चमन, फूलों भरा चमन
सजन, मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
[Chorus]
अब के, सजन, सावन में आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी, मगर तरसेगी नज़र
मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में