सुनो सुनो इक स्टोरी जिसमे
युके की इक छोरी लकडीया
पसंद मुझे देसी
पर वो थी चिट्टी गोरी
तौबा उसकी कमर का नक्षा
मुझे छड गया उसका चस्का
लगा बिजली का झटका
जब मैने देखा उसका क्या
ठूम ठूम ठुमका
उसका ठूम ठूम ठुमका
ठूम ठूम ठुमका
ठुमका ठुमका ठुमका ठुमका
अरे बापु को पटोला
मुझको दे दि परमिशन
तुझको घर से उठा लु
बेबी
उसका ठूम ठूम ठुमका
ठूम ठूम ठुमका
ठुमका ठुमका ठुमका ठुमका
तू है भोळी और मै हु चलू
भोळी
तुझको तेरे घर से उठा लु
ठुमका ओह भोली